भगवान शिव के प्रिय माह श्रावण मास कि शुरुवात
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- July 14, 2022 9:49 am
भगवान शिव के प्रिय माह, श्रावण मास कि शुरुवात
हर–हर महादेव के जयकारों से गूंजे शिवालय :-गुरुवार को सभी मंदिर सुबह खुल गए थे। शाम में भगवान शिव का श्रृंगार होगा, फिर दर्शन से पहले मानसिक पूजा होगी। भगवान शिव का प्रिय मास सावन गुरुवार से शुरू हो गया है। शिव भक्त सुबह से ही अपने आराध्य भोलेनाथ का अभिषेक करने के लिए शिवालयों में परिवार सहित पहुंचे। लोगों ने हर-हर महादेव के जयकारों के साथ भगवान का जलाभिषेक किया। शहर के मंदिरो में इसकी तैयारी पहले से ही कर ली थी। मंदिरों में हर सोमवार को खीर और मालपुए का लंगर लगाया जाएगा। प्रमुख पुजारी ने बताया कि सनातन हिंदू धर्म में सभी महीने, नक्षत्र आदि पूज्य हैं और सभी महीनों व अतिथियों आदि के अधिष्ठात्री देवता भी होते हैं। इसी परंपरा में श्रावण मास संवत का पांचवा महीना पड़ता है। श्रावण मास के अधिष्ठात्री देवता भगवान महादेव हैं। इसलिए श्रावण में भगवान शिव जी की पूजा सभी श्रद्धालु बड़े ही श्रद्धा भाव से करते हैं। सावन में होंगे चार सोमवार व्रत, उन्होंने कहा कि इस पवित्र महीने में शिव पुराण की कथा सुनना भी अत्यंत श्रेष्ठ माना गया है। इस वर्ष सावन महीने में चार सोमवार, दो प्रदोष व एक मासिक शिवरात्रि के व्रत होंगे। पवित्र श्रावण मास 12 अगस्त पूर्णिमा को समाप्त होगा।
ऐसे करें पूजा:- शिवलिंग पर गंगाजल, दूध ,दही शहद, घी, शक्कर, पंचामृत से अभिषेक करें। शुद्ध स्नान कराकर वस्त्र धारण करवाएं एवं यज्ञोपवीत पहनाएं। चंदन, अक्षत, पुष्प, बेलपत्र, भांग, धतूरा दूर्वा, धूप,दीप, प्रसाद, पान पत्र, फल आदि भगवान को अर्पित करें। ओम् नमः शिवाय मंत्र का जप करें और भगवान की आरती उतारें। श्रावण सोमवार का व्रत, श्रावण शिवरात्रि का व्रत एवं प्रदोष व्रत करना भी बहुत श्रेष्ठ माना गया है।