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चंडीगढ़ की आबादी में अभूतपूर्व वृद्धि

  • Editor
  • July 14, 2022 9:54 am

5 लाख लोगों के लिए बसा था शहर, अब आबादी हुई 13 लाख

देश के पहले प्रधानमंत्री  जवाहरलाल नेहरू के सपनों का शहर चंडीगढ़ 5 लाख लोगों के रहने के लिए बसाया गया था। उसी  अनुसार योजना बनाई गई थी लेकिन अब स्थिति बदल गई है। जनसंख्या 13 लाख के करीब पहुंच गई है। बढ़ती जनसंख्या के परिणाम भी दिखने लगे हैं। सीवरेज कि समस्या ।  अस्पतालों में बेड के लिए मारामारी है। स्कूलो में लंबी होती प्रवेश की कतरें, सर्वे के अनुसार चंडीगढ़ की वर्तमान जनसंख्या 12.95 लाख है, जो 2051 में 22.10 लाख हो जाएगी। जितनी जनसंख्या के लिए शहर बसाया गया था, उससे चार गुना ज्यादा आबादी हो जाएगी। अगर ट्राइसिटी की बात करें तो 2051 तक ये 45 लाख होगी। पार्किंग की जगह खत्म होती जा रही है चंडीगढ़ के निर्माता ली कार्बूजिए ने शहर को दो फेज में बांटा था और पांच लाख लोगों के लिए योजनाएं बनाई थीं। पहले फेज में सेक्टर-1 से सेक्टर-30 को रखा गया था और इसमें डेढ़ लाख लोगों को बसाने की योजना थी। दूसरे फेज में सेक्टर-31 से सेक्टर-47 को रखा गया और यहां साढ़े तीन लाख लोगों को बसाने की योजना बनाई गई थी। पहले फेज के सेक्टरों में कम ऊंचाई वाले मकान बनाए गए थे, जबकि दूसरे फेज के सेक्टरों में चार मंजिला अपार्टमेंट्स बनाए गए।

जनसंख्या से ज्यादा तेजी से बढ़ रहीं गाड़ियां, शहर में हर तीन मिनट में एक नई गाड़ी सड़क पर उतर रही है। चंडीगढ़ एक ऐसा शहर है, जहां जनसंख्या से ज्यादा तेजी से गाड़ियों की संख्या बढ़ रही है। लोग कारें खरीदते जा रहे हैं। सड़क, पार्क, ग्रीन बेल्ट, फुटपाथ, प्ले ग्राउंड…हर जगह कारें खड़ी दिखाई दे रही हैं। चंडीगढ़ में प्रति 1000 लोगों पर 731 गाड़ियां हैं। ये आंकड़ा पूरे देश में सबसे ज्यादा है। घरों के बीच बने छोटे पार्कों को पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है और उसे पार्किंग बना दिया गया है।

परदूषण का स्तर बढ़ा

आबादी का सीधा असर पर्यावरण और संसाधन पर पड़ता है जिससे उस पर बढ़ते दबाव के कारण प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है। जनसंख्या वृद्धि से वायु, जल  प्रदूषण के स्तर में तेजी से इजाफा हो रहा है।

सड़क,सीवरेज,शिक्षा,स्वास्थ्य पर असर पड़ा रहा हैशहर की जनसंख्या के बढ़ने के साथ साथ रही मूल नागरिक कम होते जा हैं। इस शहर से मध्यम वर्ग के नागरिक कम होते जा रहे हैं। जनसंख्या का असर सड़क, सीवरेज, शिक्षा, स्वास्थ्य सभी पर बढ़ रहा है।